Tulsi Vivah 2022: भगवान विष्णु से पहले इस असुर से हुआ था तुलसी का विवाह, पढ़ें रोचक कथा

भगवान विष्णु से पहले इस असुर से हुआ था तुलसी का विवाह

           

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Smitha P.
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सनातन धर्म
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जब जब चुनाव आता है जाति धर्म पर भागवत चुनावी जुमला बोलता है। सनातन धर्म सुनने में मीठी चासनी लगा लगता है। इसकी अधिकांश बातें मिथ्या और भ्रामक है। सनातन धर्म दलितों और पिछड़े के लिए जहर के उपर मीठी चासनी लगाए हुए है।
यदि तुम्हारे 33 करोड़ देवी देवता क्या कर रहे थे जब मुगलों और तुर्को तथा अंग्रेजों ने भारत को लूटा। उनको हराया। भारत के लोग निरामूर्ख थे जो मुगलों और अंग्रेजों के कहने पर अपने ही देश के निवासियों से छुआ-छूत और जातीय शोषण करना शुरू कर दिया?
स्वयं को प्रकाण्ड ज्ञानवान और भगवान भी कहते हैं, क्या तब से अब इनके खोपड़ी में कचरा भरा था? अगर यह विदेशियों की साजिश थी तो अब सुधार क्यों नहीं लेते ? जाति पाति खत्म क्यों नहीं कर दिये ? 33 करोड़ देवी देवताओं ने तो केवल जाति की रक्षा की। वे मुगलों से थर थर कांपते थे। देवताओं ने केवल असुरों को मारा। वे असुर कौन थे?
इतना ही देश के लोगों से प्रेम भरा है तो जाति और वर्ण व्यवस्था समाप्त करने का आंदोलन चला कर दिखा दो। जाति और वर्ण व्यवस्था को समाप्त करवाने में सहयोगी बनो। अपने बेटा-बेटी की शादी छोटी जातियों में करो। अपने रिश्तेदारों और स्वयंसेवकों को ऐसा करने को प्रेरित करो।
यदि तुम ऐसा कर सको तो मैं मान जाऊँगा कि सचमुच तुम्हारे अंदर मानवता और देश प्रेम की भावना है। यदि ये नहीं कर सकते तो तुम देश विरोधी छद्म गुरिल्ला युद्ध शुरू कर चुके हो। इस देश शोषित वर्ग और छोटी जातियों के खिलाफ। इसके माध्यम से तुम इन्हें आतंकित कर अपना हित साधने के लिए।
कभी तो खुलकर जाति व्यवस्था को समाप्त करने के लिए आमने सामने की चुनौती दो। लेकिन नहीं तुम तो इन शोषित वर्ग को, इन्हीं के कंधे पर बंदूक रख कर इनके ही लोगों को खत्म करते आ रहे हो। तुम्हारे ठगविद्या की पोल खुलने लगी है।
जब सनातन धर्म में भेदभाव नहीं था तो जातियां कैसे बनी?
बड़ी जाति की लड़की ने कितने छोटे जाति के व्यक्तियों से शादी किया?
छोटी जाति की लड़की से तो तुम लोग रंगरेलियां सदा से मनाते आ रहे हो जो अब भी जारी है। जाति पाति को मानने और फैलाने वाला है।
तुम यदि जाति पाति को नहीं मानते हो तो अपने बेटी की शादी डोम चमार से क्यों नहीं करते हो? छोटी जातियों से भेदभाव क्यों होता है। भेदभाव वाली वर्तमान को ठीक करो। सनातन धर्म कह कर ठगी न करें। सनातन धर्म तो आज की व्यवस्था से भी बुरा था। शम्बूक का गला और एकलव्य का अंगूठा काटा जाता था।
तुम किसे ठग रहे हो? ऐसे ठगविद्या वाले हिंदू सनातनी से सावधान रहें।