क्या सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद गरीबों के लिए आरक्षण के रास्ते खुल गए हैं?

क्या सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद गरीबों के लिए आरक्षण के रास्ते खुल गए हैं? #हल्ला_बोल #SupremeCourt #ATVertical

           

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EWS आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत

जयपुर 7 नवम्बर। 10 प्रतिशत EWS आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की बेंच में आज एक ऐतिहासिक फैसला दिया है। इसका स्वर्ण आरक्षण मंच एवं सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा ने स्वागत किया है और कहा है कि न्याय की जीत हुई है। इस आरक्षण को पाने के लिये लगभग दो दशकों तक हमने संघर्ष किया और सरकार ने हमारी बात को सुना कि आरक्षण से वंचित सवर्ण जातियों को भी EWS कैटेगरी में आरक्षण देना चाहिए। पं. सुरेश मिश्रा ने बयान जारी कर कहा है कि इस आरक्षण को पाने के लिये मैने आमरण अनशन किया, लाठियां खाई, लाखो लाख ब्राह्मणों की रैलियां करी और हमारा एक लम्बा संघर्ष रहा उसी की परिणीति में यह आरक्षण मिला और आज सुप्रीम कोर्ट ने इस पर मोहर लगाकर यह सिद्ध कर दिया है कि हम नहीं थे, क्योंकि अगडो में पिछडे 50 वर्षो में हो गये थे। उनके हक के लिये उनको आगे बढने का अवसर मिले । इस भावना के साथ यह आरक्षण मिला और माननीय उच्चतम न्यायालय ने आज हम सबके साथ न्याय किया है। इसका मैं तहेदिल से स्वागत और धन्यवाद देता हूं।


Vidit Singh तुम्हारे पास कोई तर्क नही है दूसरो के घरों में चोरी करना दूसरो के बागों से फल चुराना फसल खेतो से चुराना मंदिर से घंटियां चुराना और जब कोई पकड़ ले तो खुद को शोषित घोषित करना। ये तुम्हारा पुराना धंधा है। इस लिए कोई मंदिर में प्रवेश नही करने देता था क्यो की जो हग कर पिछवाड़े न धुलते हो उनके साथ कोई भी रहना पसंद नही करता। हम भीख माग कर खा लेते है चोरी नही करते क्यो की ये संस्कार की बात होती है। उस भीख से तुम जैसे को भी खिला देते है क्यो की वो परोपकार की बात होती है। तुम ये सब नही समझ पाओगे क्यो उसके लिए तुम्हें ज्ञान की जरूरत है जो की वो नही है




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