1ºपहले ट्रेनों के नाम होते थे ..
निजामुद्दीन एक्सप्रेस..
गरीब नवाज.
हजरतगंज.. अब होते हैं ...
रामायण... वंदेभारत ...महाकाल एक्सप्रेस
फर्क साफ है
समझने वालो के लिए
कल काशी से...एक ट्रेन का
उद्घाटन माननीय
प्रधानमंत्री जी ने किया
जिसका नाम महाकाल एक्सप्रेस रखा गया इस ट्रेन में
भगवान शिव के लिए कोच ..
B 4 में 64 नंबर की बर्थ आरक्षित...
सीट पर शिव मंदिर बनाया गया
तीनों ज्योतिर्लिंगों को
जोड़ने वाली
काशी-महाकाल एक्सप्रेस..
ये तीन धार्मिक स्थानों को
जोड़ेगी- वाराणसी में
काशी विश्वनाथ..
उज्जैन में महाकालेश्वर
और इंदौर के पास ओंकारेश्वर
अभी मोदी को
समझना सब कि बस की बात नहीं
मोदी को बहुत संघर्ष करना होगा
और मोदी संघर्ष कर भी लेगा,
परन्तु इस देश वासियों को
खासकर हिन्दुओं को
मोदी के साथ डट कर खड़ा रहना होगा*,
क्योंक मोदी नें ये जंग अपनें लिये नहीं, बल्कि यह हमारे देशवासी बच्चों,
आनें वाली पीढियों और भारत के उज्जवल भविष्य के
लिए छेड़ी हुई है।