1ºनरेन्द मोदी! नैतिकता बची हो और साहस हो तो उत्तर दें
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय
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गुजरात-चुनाव की सार्वजनिक सभा मे २७ नवम्बर को काँग्रेसी नेताओं को आतंकवादियों का साथ देने का आरोप मढ़नेवाले नरेन्द्र मोदी जवाब दीजिए–
वर्ष १९९९ मे किस दल के सरकार मे विदेशमन्त्री रहे जसवन्त सिंह स्वयं दुर्दान्त तीन आतंकियों :– मौलाना मसूद अज़हर, अहमद ज़रगर तथा शेख़ अहमद उमर सईद को बाइज़्ज़त रिहा कराने के बाद हवाई जहाज़ मे अपने साथ बैठाकर कन्धार ले गये थे? क्या वह तत्कालीन 'भारतीय जनता पार्टी' की सरकार का कुख्यात आतंकियों के सम्मुख राष्ट्रद्रोहात्मक 'आत्मसमर्पण' नहीं था?
"थूकना और उसे चाटना" तो आपका संस्कार ही बन चुका है। कब तक देशवासियों के साथ छलावा करते रहेंगे?
(सर्वाधिकार सुरक्षित– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज; २८ नवम्बर, २०२२ ईसवी।)