1ºमोदी जी के उदय होने से हिन्दुओं में जागृति की नई लहर आई
है.!!
हिन्दुओं ने सोशल मीडिया के द्वारा संगठित होना शुरु किया है!
लगभग 20% हिन्दुओं ने भी जाति-पाति को छोड़ कर अपना
हिन्दू वोट बैंक मजबूत किया है! जिसका सुखद परिणाम यह
निकला कि हिन्दुओं का वोट बैंक दुगना हो गया है!
आज करीबन 40% हिन्दू अपने आप को हिन्दू कहने में गर्व
महसूस करते हैं! जो शक्तियाँ हिन्दुओं के खिलाफ काम कर
रही हैं, उन शक्तियों को वो अपना दुश्मन समझने लगे हैं.!!यह
40% संगठित हिन्दू पढ़ा लिखा है और इसकी बाजार में क्रय
शक्ति भी सबसे ज्यादा है.!!
आज हालत ये है कि कोई भी पार्टी, नेता, अभिनेता, पत्रकार,
अखबार, न्यूज़ चैनल या कम्पनी हिन्दुओं के खिलाफ दुर्भावना
दिखाता है तो ये मुखर 40% एक साथ उसके खिलाफ खड़े हो
जाते हैं!
जिस कारण सेक्युलर पार्टियों ने मुसलमानों की माला जपना
कम कर दिया है! न्यूज़ चैनलों और अखबारों ने भी बहुत तेजी
से अपना सेक्युलर बुरका उतार कर हिन्दुओं की भावनाओं को
व्यक्त करना शुरु कर दिया है.!!
खान बंधुओं की फ़िल्में पिटने लगी हैं! वो सहम के अपने बिलों
में घुस गए हैं, सेक्युलर पत्रकारों का मजाक बनने लगा है! इन
सेक्युलरों को कोई सुनना और पढ़ना नहीं चाहता.!!
हिन्दुओं के संगठित होने से देश की स्थिति और परिस्तिथियाँ
बहुत तेजी से बदल रही हैं, जो इस बात को समझ कर अपने
आप में बदलाव ला रहा है, वही मार्केट में टिक रहा है, और
टिक पायेगा, वर्ना मध्यवर्गीय हिन्दू उसको लात मारके मार्केट
से बहार कर देगा.!!
दुनिया के सभी बड़े देश भी तेजी से बदलते हुए भारत को
महसूस कर रहे हैं, और अपनी नीतियों को उसी के अनुसार
बदलने में मजबूर हुए हैं.!! उनको भी मालूम हो गया है, की
हिन्दुओं के खिलाफ नीतियाँ बना कर भारत में व्यापार करना
अब मुश्किल है.!!
अब तो जो हिन्दू हितों की बात करेगा, वही इस देश और
समाज में जगह बना पायेगा.!!