जहरीली शराब कांड पर नीतीश कुमार फिर बोले- पिओगे तो मरोगे ही

जहरीली शराब कांड पर नीतीश कुमार फिर बोले- पिओगे तो मरोगे ही, शराब से मौत पर मुआवज़ा देने का सवाल ही नहीं #Bihar #ATVideo

           

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दारू दरिद्रता है लाती,
महिलाओं के प्रति अपराध की संख्या है बढ़ती,
सड़क दुर्घटनाओं का जिम्मेदार है यह दारू,
बलात्कार के अधिकांश मामलों का कारण है यह दारू,
अपराध को रोकने के लिए कानून बनाए गए हैं यदि कानून के बनाने से अपराध नहीं रुकता है, तो इसका मतलब यह नहीं होता कि कानून को ही खत्म कर दिया जाए एवं अपराध को कानून सम्मत बना दे.
बिहार में शराबबंदी असफल है इसके लिए जिम्मेदार स्थानीय प्रशासन एवं शराब कारोबारी है.
यदि पत्रकार सच्चे मामले में समाज सेवक है तो वह इन शराब कारोबारियों एवं प्रशासन के कर्मचारियों को इसके बारे में सूचना दें.
गठबंधन में रहकर के शराबबंदी कानून बनाया तो अच्छी बात और अलग हो गया तो शराबबंदी कानून बुरी बात.
इसे ही कहते हैं दोगली राजनीति.
बस इतना ही नहीं नागरिकों को इस विषय में भी जागरूक एवं सशक्त बनाए की शराब बुरी चीज है इसके सेवन से स्वास्थ्य एवं परिवार पर बुरा असर पड़ता है.


Rajesh Kumar यहां जहरीली शराब से हुई मौत पर संवेदन हीन नितिश कुमार जख्म पर नमक छिड़क रहे हैं। बिहार में कहां शराब बंदी है आपके गांव में नहीं बिकता होगा तो बताइए। शराब बंदी सिर्फ एक नौटंकी है मैं यह नहीं कहता कि बीजेपी इससे अछूता है। जो भी पार्टी सरकार में रहती है उनको शराब बंदी सफल लगने लगता है। विपक्ष में तेजस्वी यादव भी फरफरा रहा था अब सत्ता का मलाई चाटने में सब भूल गया। उनको पता ही नहीं है की ई नितिश कुमार है जब तक सांस चलेगा कुर्सी से फेविकोल लगाकर चिपके रहने वाला प्रजाति है। तेजस्वी यादव को झुनझुना थमा दिया है खेलते रहो। और अहंकारी का अहंकार टूट जायेगा जनता है किसी भी सरकार का गुलाम नहीं।


Mithun Yadav Ji मैं तुमसे पूछना चाहता हूं किस कुमार से इस्तीफा मांग रहे हो जहां भाजपा का सरकार है मध्य प्रदेश में 1200 मर गया भाजपा का वहां सरकार है उससे कब इस्तीफा मांगे तुम्हारी औकात है भाजपा का जहां जहां सरकार है वहां शराब पीने से मौत हुआ है उसे तुम इस्तीफा मांगोगे तुम्हारी औकात है उंगली उठाने से पहले अपने गिरेबान में झांक ले हर जगह मर रहा तो वहां भी इस्तीफा मांगू ना अगर तुम्हारी औकात है तो जो मन में लिखते रहो दोगला आदमी का काम है जब खजुरिया में जब शराब पीकर मर गया था तो उस वक्त गठबंधन का सरकार था भाजपा और जदयू का उस वक्त क्यों नहीं चिड़िया पर लिया था अपने बीवी का पेटीकोट में छुप गया था शर्म करना चाहिए ऐसे घटिया वाले को


नीतीश कुमार जी बिहार में दारूबंदी सफल नहीं है पर एक बात हम जरूर कहना चाहेंगे कि जो पीते हैं उन तक दारू कैसे पहुंच पाता है पुलिस प्रशासन सब दारू माफिया से मिले हुए हैं नीतीश कुमार जी आपसे अनुरोध है कि जिस थाना क्षेत्र से दारू पकड़ा जाता है सबसे पहले उस थाना प्रभारी को सस्पेंड किया जाए और 2 साल का थाना प्रभारी को सजा भी होना चाहिए क्योंकि दारू माफिया से पुलिस प्रशासन से लेकर सब मिले हुए होते हैं और उसी के साथ दारू मिल रहा है जब दारु पकड़ आता है तो उनसे रिश्वत लेकर के छोड़ दिया जाता है क्योंकि दारू बेचना और बिछवाना बिहार में कानूनी अपराध है पर इनमें सब एक दूसरे से शामिल हैं और बड़े पैमाने पर पैसे लेते हैं मोटा रकम मिलता है उन्हें इसलिए आप तमाम लोग से अनुरोध है निवेदन है कि बिहार में दारू जो मिल रहा है वह जहरीली दारू है इसे ना पिए इसे पीने से आपको किडनी लीवर खराब हो जाएगा।
नीतीश कुमार जी का पुलिस प्रशासन बेवजह से गरीब बेसहारा को परेशान करते हैं।
नीतीश कुमार जी से हमें निवेदन रहेगा कि किसी गरीब को आपका पुलिस प्रशासन परेशान ना करें जो इसका गुनहगार है उसे सजा मिलनी चाहिए।