जयपुर की महिला ने भगवान विष्णु से रचाई शादी, अब धर्म शास्त्रियों ने दी अपनी प्रतिक्रिया

जयपुर की महिला ने भगवान विष्णु से रचाई शादी, अब धर्म शास्त्रियों ने दी अपनी प्रतिक्रिया

           

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राजस्थान के प्रख्यात धर्म और शास्त्र के ज्ञाता पंडित हनुमान प्रसाद पोद्दार के द्वारा रचित गीता प्रेस गोरखपुर द्वारा प्रकाशित विवाह पद्धति को ध्यान से पढ़े इसमे स्पष्ट रूप से बताया गया है कि वर एवं कन्या को परिणय सूत्र में बधने से पहले देव बिवाह करना जरूरी होता है जो कि वर्तमान में कोई भी पंडित अथवा ज्ञानी इस विषय मे जानकारी नही रख पाते है
इन्होंने जो भी किया बहुत ही सराहनीय कार्य किया है जन्म मृत्यु के भंवर जाल से मुक्ति का अच्छा मार्ग चुना है जब तक मनुष्य शरणागत नही होता तब तक उसे मुक्ति नही मिलती है


तो इसमें आश्चर्य क्या?? यह भी एक प्रकार से भगवत भक्ति की पराकाष्ठा है,, और इस स्तर पर सोचने और समझने की आम आदमी के वश की बात नहीं है। कृष्ण भक्त मीरा बाई, वृंदाबन में एक उच्च कोटि से मिलने गई तो उन सन्त मिलने से इसलिए इनकार कर दिया था कि वे किसी स्त्री से मिलते हैं तो उनको जो उत्तर दिया उसको सुन कर वे किम कर्तव्य विमूढ़ होगए क्योंकि मीरा बाई ने उनको कहा कि पुरुष तो बस एक ही है बाकी सब नारी (उनकी माया) है , उसे ही सुनकर उनके ज्ञान चक्षु खुले और फिर मीरा बाई से क्षमा मांगी।। यह सर्व विदित है कि मीरा बाई ने कृष्ण जी को अपना पति मान लिया था और वह स>शरीर ही श्री कृष्ण जी के विग्रह में अंतर ध्यान हो गई थी और उनका मृत शरीर नही मिला था तो यह भक्त और भगवान की लीला है जो बहुत ही गूढ़ रहस्यों से ओत प्रोत है।।