1ºदीपिका पादुकोण के गाने पर क्या अश्लीलता की दुहाई दे रहे हो भई... आप कितने बड़े अश्लीलता विरोधी हो ये सब जानते हैं... ज्यादा नाटक करने की जरूरत नहीं है..
पोर्न देखने में पूरे विश्व में तीसरे नंबर पर हो, वैदिक काल से लेकर आज तक अश्लीलता ही देखते चले आए हो... और अब बात करते हो कि अश्लीलता के हिमायती नही हो... बड़े लाज शर्म वाले हो...
उफ्फ... कितना झूठ... कितना दिखावा....
असल में भारत इतना चोंचला प्रधान देश है कि कल को अगर बिल्किस बानो के बलात्कारी भी अश्लीलता की दुहाई देते मिल जाएं तो भी कोई बड़ी बात नही...
लिंग दोष,शीघ्रपतन के इलाज के विज्ञापनों से पटी सड़कों की बाउंड्री, खुलेआम घूमते नागा साधु, आश्रमों में होते बलात्कार, बलात्कारियों को फूल माला पहनाती महिलाएं, सुल्ली डील चलाते लोग..... उफ्फ.... ये है आपकी सच्चाई... आप किस मुंह से बात करोगे शीलता और अश्लीलता पर...
जाओ एक बार आइना देख कर आओ....
आभा शुक्ला साभार
2ºVikram Lakhara भाई जी आजकल ज़माना बड़ा अडवांस हो गया है आज हर एक के हाथ में मोबाइल फोन स्मार्ट फोन है आजकल के बच्चे छुप छुप कर मोबाइल में ब्लू फिल्म देख रहे हैं तो ये " पठान "क्या है उसके सामने l समाज में बुराई फैलाने वाला भी समाज ही है अब तो गंदगी घर घर फैल चुकी है l रही बात भगवा के अपमान की तो वह एक कपड़ा मात्र है l अब किसी का भगवा रंग का कपड़ा फटने के बाद नाली में पड़ा मिलेगा तो किसको ढूँढते फिरोगे की भगवा रंग का कपड़ा नाली में फेंककर भगवा का अपमान किसने किया l
3ºRaju Das Hindu कल एक "बंदर दल" का लड़का बहुत जोश में, किसी फिल्म का बहिष्कार कर रहा था मैने कहा तुम तो पिछले महीने बोल रहे थे कि नोकरी चाहिये बेरोजगार हूँ।और अब तुम यह सब करने में व्यस्त हो।
तुम्हारे बहिष्कार से फ़िल्म फ्लॉप नही होगी फ़िल्म की और पब्लिसिटी बढ़ जाएगी।।
उसने कहा भैया, किसी ने मुझसे कहा धर्म खतरे में है।
इसलिये फ़िल्म का बायकॉट करना जरूरी है।
मैंने कहा जो ध र्म एक फ़िल्म से खतरे में आ सकता है,,
उसमे रहकर तुम सुरक्षित कैसे हो सकते हो️
जिस धर्म के लोग एक सवाल करने मात्र से सयंम खो देते हों वह तुम्हारे साथ भाईचारा कैसे निभाएंगे? तुम्हारे बच्चो की सुरक्षा वह ध र्म कैसे करेगा?
सवाल छोड़ रहा हूं जवाब मिल जाएं तो अपने बच्चों को बता देना।।️
4º️देश में #अश्लीलता के विरोध की बात चल रही है, ये अच्छा है , इसका स्वागत होना ही चाहिए। पर क्या सही में सिर्फ अश्लीलता का विरोध हो रहा है या ये सिर्फ एक राजनीतिक स्पॉन्सर्ड नाटक भर है......
दीपिका पादुकोण एक बेहतरीन अभिनेत्री हैं, मैं फिल्मों की बात करूं तो उनकी "ये जवानी है दिवानी" में दीपिका का अभिनय मुझे बेहतरीन लगा था।
♟️शाहरुख खान की ही "ओम शांति ओम" फिल्म से अपने कैरियर की शुरुआत करने वाली दीपिका पादुकोण को फिल्म "पठान" अपनी टांगें नहीं दिखानी चाहिए थी। ऐसा कई लोग कह रहे हैं....पता नही वो सभ्य समाज के लोग हैं या फिर चोरी से भर भर के पोर्न देखने वाले.....परदे के पीछे ही हम 140 करोड़ होने वाले हैं.....
मगर बात खुले फूहड़पन अश्लीलता पर है
मगर यहां तो बहुत कुछ दिखा दिया गया और हमेशा #चुप्पी ही रही।
️राजकपूर इसके मास्टर थे , वह नग्नता फिल्म के ऐसे मोड़ पर परोसते थे कि सेंसर बोर्ड काटने की हिम्मत ही नहीं करता था।
♟️♟️मेरा नाम जोकर में सिमी ग्रेवाल को 14 साल के उनके ही छात्र के सामने नंगा कर दिया , ज़ीनत अमान को मंदिर में तो मंदाकिनी को गंगा के पानी में नहलाकर सबकुछ सामने रख दिया।
♟️♟️बाबी में डिंपल कपाड़िया तो तमाम सीन में बिकनी पहन कर ही घूमा करती थी।
♟️♟️इसके बाद भी , किमी काटकर से लेकर सनी लियोनी तक के माध्यम से तमाम बी ग्रेड फिल्मों में अश्लीलता और फूहड़ता परोसी गयी।
♟️♟️टार्जन फिल्म में तो किमी काटकर के निजी अंगों को छुआ गया और सिनेमा हॉल में लोग सिसकारियां भर कर वापस आ गये।
तब कोई विरोध कभी नहीं हुआ।
हालांकि #पैर *व्यक्तिगत* अंग तो नहीं होते , पर लगता है कि #आज का #समाज अधिक स्वघोषित सभ्य हो गया है , ज़रा सा भी अंग प्रदर्शन बर्दाश्त नहीं करता।
मोदी जी ने यह एक काम अच्छा किया है।
️बाकी चीन घुसा aa raha है और अंग्रेजों की ही तरह हमारे बंदरगाहों पर निजी कब्जे हो चुके हैं...आप मोदीपुरान भांड मीडिया से सुनिए और 200 सालों तक फिर गुलाम( आर्थिक रुप से) बने रहने के लिए तैयार रहिए
#Vijay (रुद्रा)