1ºन कोई भाषण, न झूठे वादे और न आरोप बाज़ी !
बहुत मज़ेदार और अर्थ निकलने वाला अनुभव होगा ।
एक लाख लोग एक आवाज़ में अपने हक़ के लिए एक साथ बोलेंगे और …..
राजस्थान की सोच और दिशा उस दिन से बदलने लगेगी ।
ऐसे मौक़े को चूकना नहीं है दोस्त ।
मेड़ता की 25 दिसम्बर की जनसभा में ये तीन ख़ास बातें होंगी ।
१. भाषण नहीं होगा, आरोप नहीं लगेंगे - सीधी काम की बात होगी और हम सब मिलकर सरकार से क्या करवायेंगे, यह तय होगा । एक लाख लोग ऐसा तय करते हैं तो उसके मायने ही अलग होते हैं । जैसे हम कहेंगे कि फसल बीमा के सारे नियम लागू करवायेंगे, फसल बेचने के सही तरीक़े लागू करवायेंगे, ट्रक ड्राइवर को इज्जत दिलवायेंगे, पुलिस की काम करने की शैली बदलवायेंगे और नया पुलिस क़ानून लागू करवायेंगे । ऐसे कुछ प्रस्ताव इस जनसभा में पारित होंगे ताकि सरकार इस ग़लतफ़हमी से बाहर आ जाए कि जनता सोई हुई है और उसका शोषण आराम से कर सकते हैं ।
२. इस जनसभा में सब बराबर बैठेंगे । यह आम सभा नहीं है, जन सभा है । आम सभा में आम लोग नीचे और ख़ास ऊपर बैठते हैं । जनसभा में सब बराबर । मंच पर कोई नहीं बैठेगा, केवल बोलने वाला ऊपर जाकर बोलकर नीचे आ जाएगा ।
३. सभी साथी अपने खर्च पर आ रहे हैं । ख़ुद के राज के लिए खर्च ख़ुद को ही करना है । जो खर्च करेगा, राज उसी का ! अगर कोई पार्टी या नेता लोगों को सभा में आने का खर्च देता है तो वह वसूलेगा न ।
यानी एकदम अभिनव , नया ।
यानी असली लोकतंत्र ।
सभा में जोश से आना है । वापिस जाते हुए जोश से जाओगे, मज़बूत होकर जाओगे, यह गारंटी है ।
सभा में तय किए गए कामों पर हम ज़ोरदार तरीक़े से काम करेंगे ।
आपका मन नहीं आने के बहाने करे तो उसे डांट देना ! वह तो हर अच्छे काम से दूर करता है, ज़िम्मेदारी टालता है ।
आप तो अपनी आत्मा और दिल की सुनना और नाचते गाते, आनंद से आना । एक अद्भुत अनुभव के लिए ।
लंबे समय की अपनी जान पहचान और मित्रता पर भरोसा है मुझे…और आपको भी होगा ।
अभिनव अशोक
अभिनव राजस्थान पार्टी