अमरीना ने राधिका बनकर भरी मांग और पहना मंगलसूत्र, बोली- अब तीन तलाक का डर नहीं

बिजनौर की रहने वाली अमरीना ने बरेली में सनातन धर्म अपनाया और अपने प्रेमी से हिंदू रीति-रिवाज से शादी की.

           

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Aaj Tak वालों जरा ये बताना जब आपके महापुरुष, जगतगुरु, विश्वसम्राट भक्तों के माई-बाप, भांड मीडिया के अन्नदाता जब तीन तलाक पर कानून पारित कर चुके है.. जिसे गोदी मीडिया ने किन्नरों की तरह चीला चीला कर तालिया पीटी.. गुणगान करते करते गले सूखा लिए...!!

और इतने महिमा मंडन के बावजूद इस औरत को तीन तलाक से डर लगना...

ये मोदीजी को गाली देने जैसा है.. और गोदी मीडिया के गाल पर तमाचा..!!

फिर भी बेशर्मों की तरह हेडलाइन दे कर खुश हो रहे है.. कुछ तो इज़्ज़त बाकी रखो... तुमसे ज्यादा इज़्ज़त की धनी तो कोठे की औरतें है..!!


आजाद सचिन कश्यप ये जो भी बाते आपने कही है इसमें 1 प्रतिशत भी सच्चाई नही है ।और यदि वाकई में ऐसा कुछ यदि था तो चन्द मौकापरस्त और स्वार्थी लोगो की बजह से जो हर सम्भव हिन्दुओ को तोड़ने में लगे थे और बे सफल भी हुए यदि वाकई ऊंच नीच या ऐसा कुछ भी सच मे होता या है तो बताइए आपने कौन से मंदिर में रोका गया आपने कभी किसी शुद्र हिन्दू को मुछे कम छोटी पर विवाद देखा-?? कही sc st को घोड़ी पर सवार से रोकते देखा ।जबाब अभी नही है भाई ये सब फिल्मो में दिखाया जाता है कही आम खबरों में नही मिलेगा। ये सब ।क्योंकि देश के सभी हिन्दुओ की आंखे अब खुल चुकी है बो जान गया है कि वाकई ये ऊंच नीच, जात पात, सब हमे तोड़ने के लिए ही बनाया गया था ।अब हमसब एक है और रहेंगे।।
जय महर्षि कश्यप
जय हिंद
जय सनातन संस्कृति


Jyada खुश न होइये, छटे हुए लोग ही दूसरे धर्म में जाकर शादी करते हैं और अपने परिवार के मान सम्मान से खेलते हैं क्योंकि किसी भी धर्म का अच्छा इंसान अपने परिवार के मान सम्मान को कभी दाव पर नहीं लगाता है अपने परिवार के साथ साथ संबंधित लड़की के परिवार का भी पूरा ख्याल रखता है और उन्हें खुद गलत करने से रोकता है यह बुरे लोग ही हैं जो बिना सोचे समझे कुछ भी कर गुजरने की हरकत करते हैं और ऐसे लोगों से आप किसी भी अनहोनी की उम्मीद भी रखरखा कीजिए क्योंकि इनके पास जो हिम्मत होती है इसका यह सिर्फ पॉजिटिव प्रयोग नहीं करते इसका नेगेटिव प्रयोग भी कर सकते हैं कभी भी कहीं भी


इस देश में जमाने से ऐसे अंतर जातीय विवाह होते आए हैं, ज्यादातर कामियाब होते हैं कुछ को छोड़कर,, लेकिन आज कल जिस प्रेम विवाह को दो धर्म के बीच प्यार का संदेश माना जाता था उसी का इतिमाल करके लोग नफरत फैला रहे है,, आज तक ने इस खबर को कितनी शालीनता से पेश किया है।। लेकिन यही उल्टा होता तो यही आज तक आग बबूला होकर खबर के पेश करता।। याद रखिए देश की जनता आज भी रविश कुमार से प्यार करती है उसकी पत्रकारिता से प्यार करती है देश की आम जनता को रविश कुमार जैसी सच्चे पत्रकार चाहिए रुबिका लियाकत जैसी चा टु गी री करने वाली पत्रकार नही चाहिए


Mohameed SY तेरी मां का भौंश्रा फिर ये कौनसा इस्लाम है

यही है इलसाम की खूबसूरती
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साहब आयशा और अपनी बीवीओं के साथ तब संभोग करते थे जब उनको मासिक धर्म ( Period ) आते थे । ( Sahih Muslim Book 003 , Number 0577-0579 )

• और एक बार तो साहब आयशा की टांगों के बीच में सिर रखकर ही सो गए थे । ( Sahih Al Bukhari Vol 1 Book 6 Number 296 ) ( Sahih Al Bukhari Vol 9 Book 93 Number 639 )

• तो और आगे देखिए प्यारे साहब के संभोग करने के बाद जो कपड़ों पर वीर्य लगा रह जाता था । उनको आयशा नाखुनें से रगड़ रगड़ कर साफ करती थी । ( Sahih Al Bukhari Vol 1 Book 4 Number 229-233 )

• जब प्यारे साहब 53 साल के बुजुर्ग थे तो उन्होंने अपने दोस्त अबु बकर की बेटी जिसकी उम्र 6 साल की थी । जो उनकी पोती की उम्र की थी । उससे शादी कर बैठे । ( Sahih Al Bukhari Vol 5 Book 58 Number 234 and 236 )

• साहब कब्र में पड़ी अपनी आँटी फातिमा की लाश के साथ नंगे सो गए और उससे संभोग भी किया ।
( Kanz Al Umal ( The treasure of the workers by Ali Ibn Husam Aldin commonly known as Al Mutaki Al Hindi listed in Al Jami Al Saghir by Jalaluddin Al Suyuti )

• साहब ने गज़्वा ए खैबर के दौरान 17 साल की यहूदी लड़की साफियाह का blaत्कार कर लिया और उसके परिवार को kत्ल करवा दिया । ( Sahih Al Bukhari Vol 5 Book 59, Number 522, Vol 1, Book 8, Num 367 )

• साहब ने अपनी खाला जिसका नाम ' खौला बिन्त हकीम अल सलमिया ' था । उसे अपनी haवस का शिकार बना डाला । ( Musnad Ahmed Hadees 26768 )

• साहब ने अपने चाचा अबू तालिब की बड़ी लड़की यानि कि अपनी चचेरी बहन जिसका नाम ' उम्मे हानी बिन्त अबू तालिब ' था उससे भी व्याbhiचार किया था ।
( तिरमिजी जिल्द 1 किताब 44 हदीस 3214 )

• अपनी बहू ज़ैनब जो कि उनके पुत्र जैद की पत्नि थी उसके रूप पर साहब मोहित हो गए और उसको अपनी बीवी बना लिया और haवस का शिकार बनाया । ( तिरमिजी जिल्द 1 किताब 46 हदीस 3814 ) Rashmi Lulla जी की पोस्ट साभार




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