ये भोले भाले खिलाड़ी हैं, इन्हें मोहरा बनाया जा रहा है: सामाजिक कार्यकर्ता

जो खिलाड़ी कह रहे हैं कि उनका यौन उत्पीड़न हुआ है, उनका जब यौन शोषण हुआ तब वो कहाँ थे? ये भोले भाले खिलाड़ी हैं, इन्हें मोहरा बनाया जा रहा है: सामाजिक कार्यकर्ता अल्पना चौहान #हल्ला_बोल #Protest (Anjana Om Kashyap) #ATVideo

           

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अंजना ओलंपिक में पिछले 70सालों में 2ओलंपिक मेडल अलये थे 2008,1952 में ,जबसे बृज भूषण जी फेडरेशन के अध्यक्ष बने है तबसे खिलाड़ियों की सुविधाएं बढ़ गयी,तबसे कमन्वेल्थ से लेकर,ओलंपिक तक मे मेडलों की संख्या बढ़ गयी,खिलाड़ियों को bcci की तरह कॉन्ट्रैक्ट सिस्टम लाकर उनकी वित्तीय समस्यावो को काफी हद तक हल कर दिया,जब फेडरेशन स्पोंसर्ड ला रही है तो कोई खिलाड़ी व्यक्तिगत स्पोंसर्ड क्यों लाएगा कोई भी टूर्नामेंट हो उसमें केवल फ़ेडरेशन और टूर्नामेंट को स्पोंसर्ड करने वाली कंपनियों के सम्बंधित लोगो या किट इस्तेमाल करना होगा,ऐसे नही होगा जैसे ओलंपिक में विनेश ने अपने निजी स्पांसर के प्रोडक्ट का लोगो और t शर्ट इस्तेमाल किया,कोई घुड़सवारी करे तो गलत किया है ,7बार से सांसदी उनके परिवार में है गाड़िया उनकी कम उनके समर्थकों की।ज्यादा रहती है जब वो चलते है


अंजना जी क्या आप दोषी ठहराया रही है श्री बृज भूषण सरन सिंह को? किस अधिकार के तहत आप आरोप की बात करती है। और जब विनेश जी कह रही है कि कई लड़कियों के साथ गलत हुआ है तब पहले क्यों नहीं बोला गया? क्या जो पहले से गोल्ड मेडल प्राप्त कर चुका है क्या उसका ट्रायल नही होना चाहिए। अगर उनका ट्रायल करने के लिए बोला जायेगा तो उनको आरोप का सामना करना पड़ेगा। कुछ तो शर्म करो वायहात सवाल कर रही हो। आप को क्या लगता है? कौन दोषी है, आप का ट्रायल न हो इसके लिए आप फेडरेशन भंग कर देना चाहते हों क्या मतलब है। यदि सबूत है तो करो F I R लिखाओ जांच होगी जो दोषी ठहराया जाएगा उसको सजा मिलेगी, सजा सामाजिक और राजनीतिक न्यायिक जो भी हो। यह एक राजनीतिक षडयंत्र है। जिसमें सीधे साधे पहलवान बहन बेटी को लेकर बदनाम करने की साजिश की जा रही है।


यह भी एक पहलवान था - नाम है नरसिंह यादव इसके लिए तो किसी ने धरना नही दिया आज ज़मीर जाग गया है नरसिंह यादव पहलवान नहीं था क्या? या उस समय ज़मीर गिरवी रख दिया था इन सब पहलवानों को याद कीजिए आज से कुछ साल पहले नरसिंह यादव का कैरियर बर्बाद करने वाला सुशील कुमार के खिलाफ कोई पहलवान आवाज नहीं उठाया और नरसिंह यादव खेल मैदान से बाहर हो गए अगर उस वक्त नरसिंह यादव का साथ देते तो आज दिल्ली जंतर मंतर पर इन पहलवानों को बैठना नहीं पड़ता सुशील कुमार नरसिंह यादव का कैरियर बर्बाद करने वाला भी आज जेल में है गलत का परिणाम गलत ही होता है सही से जांच और जो दोषी है उसे सजा मिलना चाहिए

#NarsinghYadav


लगाए गए आरोप अगर निराधार पाए जाते हैं तो जितने भी खिलाड़ी विरोध में है सभी पर खेल मंत्रालय द्वारा हमेशा के लिए बैन लगा दिया जाए
बिना किसी जांच और सबूत के बिना कानून भी कोई सजा नही सुनाती है फिर
अपने आप ही हर एक फैसले का न्याय करना कहा का कानून है
हर एक मीडिया बात को आग की हवा देने का काम करती है और जब कोई न्याय नहीं दिला पाती है तो दूसरे मुद्दे को उठा देती है यही मिडिया का काम है
मैं खेल मंत्रालय से निवेदन करता हूं संस्तुतियों को अगर लगाए गए आरोप को सही नही साबित कर पाती तो सभी विरोध प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी पर बैन लगा दिया जाए
हर एक सिस्टम में बड़ा खिलाड़ी किसी भी नई उम्मीद को अपने सपनों को आसमान छूने से रोकती है
जो आगे बड़ने के लिए संघर्ष करता उससे पूछो जिंदगी में कितने जिल्लत भरी दौर से गुजरना पड़ता है
अगर हमारी बात से किसी भी व्यक्ति को कोई दिक्कत हो कानून और संविधान की किताब अच्छे से पड़ ले


क्या सही है क्या गलत है ये मैं नहीं जानता लेकिन इतना जरूर जानता हूं कि उन्होंने अपनी ही पार्टी में किसी को akah दिखाई है अब उनको सबक सिखाने के लिए ये sab किया जा रहा है 1,2 बयान मैंने भी सुने है उन्होंने cm के खिलाफ बोला था पतंजलि के खिलाफ बोला था अब सब इन्हें किनारे करने की कोशिश में है क्यूँ की मीडिया भी उनके खिलाफ परोस रही है, बीजेपी के कोई बड़े नेता का हाथ है नहीं तो मीडिया की कभी हिम्मत नहीं है कि बीजेपी के खिलाफ कुछ बोल दे
बाकी मैं किसी का समर्थन नहीं कर्ता


मैं एक बाबाजी हूं खेल से कोई मेरा लेना-देना नहीं है और जहां तक वास्ता समाज में नेता श्री भूषण शरण सिंह जी का है कि लोग उनको खेल में बदनाम कर रहे हैं मैं यह जानता हूं कि जब से वह साकेत में पढ़ते थे तब से आज तक हम उनको जानते हैं कभी उसे सामने होकर बात हम मिले नहीं लेकिन जहां तक मेरा अपना अनुभव अंदाजा है कि नेताजी पर दाग लगाने का मतलब खुद अपने गिरेबान में झांक के देखो अगर कोई भी व्यक्ति समाज के यह साबित कर दिए कि नेताजी हमारे दागदार हैं मै मैं स्वयं जेल जाने को तैयार हूं आज जो कुछ मेरे पास पर पड़ती है मैं उस व्यक्ति को दे दूंगा जो यह लगाएगा निशा जी दागदार अरे कई जन्म लगा लो कई बार जन्म लोग मरो तब भी उस शेर के ऊपर को हाथ उठाने वाला तक नहीं है जिस पर हनुमान जी की कृपा है नेता जी हमारे दागदार हैं दागदार रहेंगे कोई उन पर माई का लाल पैदा नहीं हुआ झूठ का पसंद ना ज्यादा दिन तक नहीं चलता है हनुमान जी नेताजी के सहाय हैं जब सभी बदनाम हो जाओगे एक दिन पछताओगे याद रखना जय श्री राम


Kunvar Mahendra Vasudevan अगर मुझे गरीबों के मसिहा का खिताब देने के लिए कोई कहेगा तो मै उसे ही चुनुगा जिसके बारे मे तकरीबन 20 वर्षों से भी अधिक समय से जानता हू और उसके पूरे राजनीतिक सफर को भी जानता हू ऐसे मे वह है भदोही के ज्ञानपुर विधानसभा के विधायक रहे विजय मिश्रा जो गरीबों के साथ हमेशा खड़े रहते थे आज उनके अनुपस्थिति में भदोही जिले के वर्तमान सांसद विधायक के गतिविधियों को सोचता हूँ फिर समझता हूँ और पिछे मुड़कर देखता हूँ तो मुझे रोना आता है की भदोही ने विजय मिश्रा जैसे जनप्रतिनिधि को हरा चुकी है जो दानों मे दानी नही महा दानी था उसके दरबार में किसी को पहचान की जरूरत नही पड़ती थी आप अपनी समस्या बताईए चाहे आप के लड़की की शादी हो चाहे तेरही हो हर समय विधायक विजय मिश्रा आप के साथ खड़े नजर आते थे और उनसे जो भी बन पड़ता था सहयोग करते थे यही नही गरीबों के घर पहुंच कर कोई समस्या ना हो पाने की जानकारी भी लेते थे
यही नही विधायक निधि का जितना धन विजय मिश्रा जी ने गंभीर रूप से बिमारियों के लिए पाँच से पद्रह लाख तक का जो सहयोग वह करते थे उतना उत्तर प्रदेश के किसी भी विधायक नही करते थे विधायक निधि से इलाज के लिए उनके सहयोग के बराबर तो छोड़िए पूरे उत्तर प्रदेश का कोई भी विधायक 25 प्रतिशत भी नही देते कारण उसमे कमीशन नही मिलता है