1ºपरिवार -धर्म -संस्कारों से दूरी
पैंतीस टुकड़ों में कहानी पूरी
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*35 टुकड़ों में*
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नई पीढ़ी ने आज देखो अपने
संस्कारों का माखौल उडाया है
उसी पीढी की बेटी ने अपने को
35 टुकड़ों मे आज पाया है ।।
कहा ना मानकर मात पिता का
उसने क्या खूब आजादी पाई है
प्रेमी संग चंद रोज़ बिताकर
टुकड़ों टुकड़ों मे जिन्दगी गवाई है ।।
पश्चिमी सभ्यता को अपनाकर
अपने संस्कारों को उसने खोया है
हालत देख के उसके मातपिता ने
खून के आंसू पल पल रोया है ।।
सबक सीख लें नई पीढियाँ
अपने संस्कारों को ना खोना है
मातपिता की मर्जी से चलकर
सुखी जीवन को अब जीना है।।
#श्रद्धा....
.https://youtu.be/1lq8SCLcPzk
2ºNaeem Ahmed Ansari इस्लाम की खूबसूरती सुनो अब " मोहम्मद के दामाद यानी की मोहम्मद की बेटी बीबी फातिमा के शौहर अली को फजिर की नमाज अदा करते समय मस्जिद में इन मुसलमानो ने दौड़ा दौड़ा कर पेला , उसके बाद बीबी फातिमा के घर को आग लगा दिया और बीबी फातिमा को भुट्टे की तरह भुज कर मारा " और अगर इस खूबसूरती से मन न भरा हो तो और जानो " इस्लाम मजेदार मजहब के लोगो ने एक खूबसूरती और की इन जाहिलो ने इस्लाम के पहले दूसरे और तीसरे खलीफा को भी दौड़ा दौड़ा कर पेला है , है न खूबसूरत चुश्लेमाल , अरे मिया नीयत साफ होनी चाहिए, बुर्खा तो मिया खलीफा भी पहनती हैं