बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित #DhirendraShastri के दावे कितने सच्चे ?

बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित #DhirendraShastri के दावे कितने सच्चे ? अंजना ने अपनी परेशानियों के हल के लिए पूछा सवाल तो महंत सीताराम दास (प्रवक्ता, निर्मोही अखाड़ा) ने कर दिया ये बड़ा दावा #BageshwarDham #ATVideo | Anjana Om Kashyap

           

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हनुमान जी ने साफ कहा मुझे छल कपट नहीं भाता है. जब भक्ति में छल कपट आ जाए. बहुत सारी चीजें अपने खिलाफ हो जाती है. सनातन धर्म. सत्य के आधार पर टिका हुआ है. सनातन धर्म को लेकर माया के चक्कर में पढ़ोगे. छल कपट से चलाओगे. तो सब कुछ बातें ऐसी होगी जैसे आजकल चल रही है. व्यासपीठ से जब कोई और शब्द कहता है. कि मेरे रावण से फोन पर बात हुई. यह सब को मूर्ख बनाने वाली बातें. और जो सच्चे मन से दरबार में जा रहे हैं. उनकी भक्ति को ठेस पहुंचती है. इसीलिए . बागेश्वर धाम गलत है शास्त्री की गलतियां,


यह तो नरेंद्र मोदी का खौफ है कि आज तक वाले थोड़ा कम या कंट्रोल में हैं अन्यथा अब तक सबसे ज्यादा हिंदू धर्म के विरुद्ध सनातन धर्म के विरुद्ध किसी चैनल में प्रचार-प्रसार किया तो वह आज तक है और अंजना ओम कश्यप जो अंकल इस समय हम को दिख रही हैं आप लोगों को यह पूरे की पूरी जहां तक अनुमान लगा सकते हैं आपकी यह धर्म विरुद्ध बात करने के लिए ही इनका जन्म हुआ है हम चले कई वर्षों से देख रहे हैं इनको यह डिबेट में बैठती हैं तो केवल हिंदू धर्म को टारगेट करती हैं सनातन धर्म के संतो को टारगेट करती हैं बाइक आर्ट आजतक को भी करना ही होगा क्योंकि अगर धर्म को बचाना है तो कुछ ऐसे न्यूज़ चैनल वाले हैं जिनको आप बाल काट कर के उनको सबक सिखा सकते हैं


Jitendra Singh Rana भाई मैं किसी धर्म को टारगेट कर ही नहीं रहा हूं ना मैं ईश्वर को टारगेट कर रहा हूं मैं तो उन लोगों को टारगेट कर रहा हूं जो लोगों के कष्ट कम करने का दावा करते हैं जबकि यह संभव है मैं कम से कम 10 बार मेहंदीपुर बालाजी बाबा के दरबार में जा चुका हूं एक बेटी की प्रार्थना लेकर जिसने मेरे घर में जन्म नहीं लिया अब मुझे किसी तीसरे इंसान की क्या जरूरत है जब मेरे साथ स्वयं बालाजी है तो उन्होंने जो भी मेरे जीवन मैं व्यवस्था की है अच्छी ही की होगी कुछ सोच समझकर ही की होगी मैं उसे पूर्ण रूप से स्वीकार करता हूं


पृथ्वी पर जन्म लेने के बाद भगवान राम खुद अपने कष्ट दूर नहीं कर पाए जबकि एक राजा के घर में जन्म लिया था सीता खुद एक राजा की पुत्री थी और एक राजा की धर्मपत्नी होने के बावजूद नंगे पैर जंगलों में रही उसके कष्ट कोई दूर नहीं कर पाया दुख हमारे जीवन का हिस्सा है
इंसान खुद लालची है सांसारिक चकाचौंध की वजह से अगर वह अपने जीवन में दुख महसूस करेगा तो उसे चारों तरफ दुख ही दिखाई देगा और अगर सुख महसूस करेगा तो सुख ही दिखाई देगा

यह ढोंगी बाबा आपके जीवन में कोई बदलाव नहीं कर सकते


बात ये नहीं है कि बाघेश्वर वाले बाबा के पास चमत्कारिक शक्तियां हैं कि नहीं .....
बात ये नहीं है कि उन्हें वेद मंत्रों का सही ज्ञान है या नहीं .....

बात केवल इतनी है कि यदि वो अज्ञानी भी हैं तो भी वो श्रेष्ठ हैं क्योंकि वो राष्ट्रवाद के साथ खड़े हैं और कई निकृष्ट जो हिंदुओं को अली मौला गाकर भ्रमित करते हैं वो यदि ज्ञानी भी हैं तो भी वो सम्मान पाने योग्य नहीं ।

जो भी राष्ट्रवाद के साथ खड़ा है वह पूज्य है । मैं बागेश्वर धाम सरकार वाले धीरेंद्र शास्त्री के साथ हूँ और जब तक वो हिन्दू हित में लगे रहेंगे हर राष्ट्रवादी उनके साथ रहेगा ।

आधार आपका अधिकार है भूलिए मत
#बागेश्वरधाम

कृपया महाराज जी का सपोर्ट करें