1ºसत्ता की चाबी से शौचालय खुलते हैं स्वामी प्रसाद मौर्य ने अच्छा कहा बुरा कहा उस पर चिंतन मंथन और रामचरितमानस पर जो अर्थ बनता है उस पर विचार होना चाहिए f.i.r. करवाकर वैमनस्यता बढ़ा रहे हैं 1585 का नारा देने वाले काशीराम मौर्य काशीराम साहब के उत्तराधिकारी स्वामी प्रसाद मौर्य ने जो कहा है उसे सोचने समझने की आवश्यकता है अनावश्यक इस प्रकार व्यवस्था बढ़ाने की आवश्यकता नहीं है कुल मिलाकर 15 85 कान्हा रे पर काम हो रहा है मनुवाद पर काम हो रहा है इसको अभिलंब रोके जाने की आवश्यकता है मैं ना समर्थन करता ना विरोध करता लेकिन मैं यह करता हूं कि देश में जातिवाद देश में पूंजीवाद भ्रष्टाचार पर्यावरण दूषण जनसंख्या प्रदूषण जैसे मुद्दे हो रहे हैं उस पर क्यों नहीं विचार चल रहा है उस पर टीवी क्यों नहीं करें उस पर नेता क्यों नहीं उस पर ऐसा क्यों नहीं करा रहे 150 सांसद विधायक स्वर्ग लोक सभा में बैठे हैं लेकिन उनकी मुश्किल यह है कि वह दूसरे दलों में है मायावती मुलायम सिंह ने अपनी पार्टी बनाया इसलिए उनकी पार्टी से इसलिए बैकवर्ड और दलित कास्ट के लिए यह काल बहुत विपरीत काल है सोच समझ कर चले आगे बढ़े महात्मा ज्योतिराव फुले सावित्री फुले सरदार उधम सिंह सरदार भगत सिंह महाराजा सैनी चंद्रगुप्त मौर्य सम्राट अशोक की जय हो