1ºअडानी समूह ने दिन के उजाले में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी की है वो ऐसा करने में सफल रहा क्योंकि भारत के निवेशक, पत्रकार, नागरिक और यहां तक कि राजनेता उसके डर से सत्य बोलने से डरते हैं। आज सुबह जब हिडनबर्ग रिसर्च के फाउंडर नाथन एंडरसन के यह टिवट् पढ़ रहा था कि तब गणतंत्र दिवस पर खुद पर शर्म महसूस हुई ..
जब एक नोसिखिया ड्राइवर केवल 10 लोगो की कम्पनी बना कर विश्व के चौथे सबसे अमीर की चोरी पकड़ कर एक नही पूरे 88 सवाल पूछ सकता है तो 135 करोड़ लोगों के इस लोकतांत्रिक गणतंत्र में क्या एक नागरिक नही मिला जो एक सवाल सेठ जी से नही पूछ सकता कि आपने हमारे पैसों की खुली लूट कैसे कर ली ...
आज हमारा सविधान लागू हुआ था जिसने हंमे सरकार से सवाल पूछने का अधिकार दिया था सविधान की शपथ लेने वाले नेता आज चुप है मीडिया से हम वैसे ही उम्मीद छोड़ चुके है मुझे उम्मीद है बस इस देश की जनता से जो इस सेठ से एक दिन एक एक पाई का हिसाब जरूर लेगी ...
2ºफ़िल्म बॉयकॉट और हाउस फुल- दोनों सफल कैसे?
बहुत से व्यवसाय ऐसे हैं जिनके डायनामिक्स सामान्य जन की समझ से बाहर होते हैं। फिल्मों का व्यवसाय भी इनमें से एक है। इसे थोड़ा सा विस्तार से समझते हैं।
मान लीजिए आप एक नायक हैं। आपकी आय के मैं चार साधन लेता हूँ
1. फ़िल्म की फीस
2. विज्ञापनों से आय
3. शेयर बाजार से आय
4. कोई काला धन का स्रोत
आपने किया क्या कि आपने इनॉक्स और PVR के शेयर खरीद लिए।
इसके बाद एक फ़िल्म लॉन्च की, जिसमें विवादित कॉन्टेंट डाले और सोशल मीडिया ने उसके बहिष्कार का अभियान चलाया। आपने बहिष्कार का प्रभाव नहीं हो रहा इसका पेड प्रचार किया। सभी हॉल्स के अधिकांश - say 90% टिकट्स खरीद कर बाँट दिए - जिसमें अपना काला धन लगा दिया। थोड़ी टिकटें खुद से बिक गईं। मीडिया ने आपकी फ़िल्म बॉक्स आफिस पर हिट रिपोर्ट की।बहिष्कार करने वाले मायूस हो गए। पब्लिक ने समझा आप पर बॉयकॉट का कोई प्रभाव नहीं हुआ। आपकी ब्रैण्ड वैल्यू बढ़ गई। आपकी विज्ञापनों की आय बढ़ गई।
इधर आपका काला धन सफेद हो गया, हानि मात्र इतनी हुई कि टैक्स का पैसा लग गया, लेकिन लाभ यह हुआ कि धन का सोर्स अब सफेद हो गया।
फ़िल्म चलने से इनॉक्स और PVR के शेयर के दाम बढ़ गए और आपने शेयर बेच कर अपने टैक्स के पैसे वापस पा लिए।
शुद्ध लाभ हाथ में यह रहा कि आपके हाथ में नैरेटिव बिल्डिंग पावर आ गई है, और उसकी क्या वैल्यू है - आप सबको पता ही है।
तो ऐसा एक गोरखधंधा पॉसिबल है। इसलिए मायूस न होइए - बॉयकॉट जारी रहे।