राहुल गांधी सदस्यता को लेकर क्या बोले बीजेपी, कांग्रेस और एनसीपी के प्रवक्ता, सुनिए

राहुल गांधी सदस्यता को लेकर क्या बोले बीजेपी, कांग्रेस और एनसीपी के प्रवक्ता, सुनिए #RahulGandhi #Congress #हल्ला_बोल #ATVideo | Anjana Om Kashyap

           

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Save India from RSS and BJP.
RSS is terrorists organization.
They are fraudulent people.
They are always misguided to common people.
आर एस एस एक आतंकवादी संघटन है जो आज सरकार चला रही है। बिजेपी आर एस एस के अजेंडा चला रही हैं।
भाजपा हटाओ देश बचाओ
सबको सत्ता चाहिए इसलिए कोई भी मंत्री व सांसद PM O के खिलाफ नहीं बोलता! सभी अन्दर से खोखले है!
मोदी सरकार का हर एक मंत्री केवल मोदी और शाह के तलवे चाटते हैं । चाटुकारिता के बिना कोई भी मंत्री अपने पद पर नहीं रह सकता है ।
पार्टी और खुद के प्रचार प्रसार में हजारों करोड़ रुपए खर्च कर दिए हैं, शर्मनाक और निन्दनीय कार्य है। बीजेपी को सबक सिखाना होगा।
सभी नरेन्द्र दामोदरदास मोदी, अमितशाह से सभी मंत्री डरे हुए हैं वै व्यक्ति गत नित्य कोई भी नहीं ले सकते हैं,ये है तानाशाही, नरेन्द्र दामोदरदास मोदी, अमितशाह,
की सरकार,
सबसे बेकार पार्टी है बीजेपी। यहा अब लोकतंत्र है ही नही।
ईव्हिएम तंत्र है।
सारी जनता ईव्हिएम के विरोध में है। लेकिन ये ईव्हिएम को हटाते नही है।
क्योंकि उनको मालूम है की जनता उनको चुनके देगी नहीं। इसलिए ईव्हिम को हटाते नही है।
यहा लोकतंत्र नही, मनकी ही बात चलती है। ये तानाशाही सरकार है।
आणिबाणी से भी बुरे हाल है।


Nagesh Mistry चुनावी भाषण से किसी की सदस्यता नहीं गई जो सजा के हकदार है वह जनता के पैसा लूट कर विदेशों में अपनी ऐसो आराम की जिंदगी जी रहे जी रहे हैं और मानहानि के मुकदमे को पूर्ण जी ने इतने सालों तक हाईकोर्ट में स्टे क्यों ले रखी थी और अचानक से ही उस कोर्ट का जज का स्थानांतरण होते ही वापस स्टे क्यों हटाया और उस कोर्ट में लाखों मामले लंबित हैं जो कई सालों से चल रहे हैं इससे भी पुराने हैं फिर राहुल गांधी के मामले की इतनी जल्दी से सुनवाई की गई और मैं सजा सुनाई गई कोर्ट का सभी भारतवासी सम्मान करते हैं उनका फैसला स्वीकार होता है लेकिन थोड़ा संशय है


मुझे कानून की इतनी गेहरी जानकारी तो नहीं है लेकिन मैं समझता हूं इस्तीफा देने से कुछ नहीं होगा,

वो तो यही चाहते है विपक्ष मुक्त भारत हो, संसद में कोई सवाल ही ना करे।

या तो इस्तीफा देने से पहले राष्ट्रपति व CJI से बात कर ली जाए,
क्योंकि बहुमत की सरकार है, विपक्ष के इस्तीफे से गिरेगी तो नहीं, लेकिन शायद राष्ट्रपति स्वंय संज्ञान ले कर सरकार को बरख़ास्त कर सकते हैं। कानून के तहत राष्ट्रपति का इतना सामर्थ्य हो भी तब भी एक कठपुतली इतनी हिम्मत नहीं करेगी क्योंकि ना तो उसे अपने पावर का अपनी ताकत का पूरा ज्ञान है ना हिम्मत ऊपर से साहेब का दबाव भी अवश्य रहेगा, एहसान फरामोश कह के उसे शर्मसार किया जाएगा अंदर ही अंदर यह सब होने की पूरी संभावना नहीं गारंटी कहें तो भी गलत नहीं होगा।

अतः पहले मुर्म से मीटिंग करें पूरा विपक्ष जाए एक साथ और पहले बात करे फिर इस्तीफा दें। इसके पहले CJI से मिलें राय लें CJI मुर्मू को समझाए और फिर सब मिल कर आगे बढ़ें
इधर मुर्मू चुनाआयोग के चीफ को भी मीटिंगमे पहले से बुला ले। और इस्तीफे के बाद तुरंत चुनाव के आदेश आ जाएं।

यह सब आसानी से होना नहीं है।
यह मेरी अपनी समझ से कह रहा हूँ, संभावनाएं ऐसी लगती हैं

विवेक हीन लोग विपक्ष के इस्तीफे के बाद भी बेशर्मी से टिके रहेंगे,

याद रखें एक बार इनके हट जाने के बाद भी नई सरकार को ये चलने नहीं देंगे, रोज दंगे, रोज बम विस्फोट,रोज धरने, होंगे और MP को भी खरीदने के प्रयास होंगे, धमकियां दी जाएंगी,लालच दिया जाएगा।

देश बड़े खतरे में है यह कटुसत्य है।


1. सभी राजनैतिक पार्टियां मिल कर इस देश को लूट रही हैं। सरकार जनता की आंखों में धूल झोंक रही है। देश में 250 से अधिक आयोग और 35 हजार से ज्यादा कानून हैं लेकिन आम आदमी को न्याय नहीं है।

2. कानून संविधान और न्याय के मंदिर कमाई दलाली ब्लैकमेलिंग और भ्रष्टाचार के अड्डे बन गये हैं इन्हें सुधारने की जरूरत है।

3. भारत एक ऐसा देश है जिसमें पुलिस वाला कानून के नाम से लूटता है। नेता सेवा के नाम से लूटता है। डॉक्टर इलाज के नाम से लूटता है और वकील न्याय के नाम से लूटता।

4. जो जितने बड़े पद पर है वो उतना ही अधिक भ्रष्ट है। सरकारी विभाग पहले भी भ्रष्ट थे और आज भी भ्रष्ट हैं ।

5. देश में लोकतंत्र नहीं पार्टी तंत्र है। कोई भी दल्ला टिकट खरीद कर विधायक सांसद और मंत्री बन सकता है। दल्लों की जीत लोकतंत्र की जीत नहीं हो सकती। दल्लों की कामयाबी एक दिन आपके बच्चों के भविष्य की बर्बादी और देश की तबाही का कारण बनेगी।

6. चुने हुए दलालों से लोकतंत्र की उम्मीद नहीं की जा सकती। दलाली करने वाले देश की समस्याओं का समाधान नहीं कर पाएंगे।

7. सरकार समस्याओं का समाधान करने के बजाय समस्याएं पैदा कर रही है। अदालतें मामलों को और अधिक उलझा रही हैं।

8. देश की अदालतों में तीन करोड़ से भी अधिक मामले लंबित पड़े हुए हैं। अदालतें जिस तरीके से काम कर रही हैं उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता।

9. जजों की संख्या बढ़ाने से कुछ नहीं होगा। न्याय की समयसीमा तय होनी चाहिए। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में जनता की एक अदालत होनी चाहिए और न्याय में जनता की भागीदारी होनी चाहिए।

10. देश में प्रतिभाशाली लोगों की कमी नहीं है। एक कम पढा़ लिखा आदमी भी हवाई जहाज बना सकता है।सरकार शिक्षा के नाम पर शिक्षा माफिया को बढ़ावा दे रही है। शिक्षा रोजगार परक होनी चाहिए और पढ़ाई के साथ कमाई होनी चाहिए। पढ़-लिखकर आदमी बेरोजगार रह जाए तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार है।

11. देश की अदालतें अंग्रेजी भाषा का इस्तेमाल कर जनता बेवकूकफ बना रही हैं। सरकारी विभागों तथा देश की अदालतों में हिंदी तथा क्षेत्रीय भाषाओं का इस्तेमाल होना चाहिए।

12. मुफ्त का वेतन पाने वाले आयोगों को समाप्त कर देना चाहिए।

13. समान कानून समान शिक्षा तथा समान वेतन व्यवस्था संपूर्ण भारत में लागू होनी चाहिए।

14. सबके पास मकान जमीन तथा रोजगार होना चाहिए।

15. कोई भी टैक्स 2 % से अधिक नहीं होना चाहिए।

16. मंत्री का वेतन एक मजदूर के वेतन के बराबर होना चाहिए

17. जिस नेता नौकरशाह और जज का न्यूनतम वेतन में गुजारा नहीं होता है उसे नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

18. न्यायिक सुधार के लिए जजों की संपत्ति की जांच होनी चाहिए।

19. राजनीति के शुद्धिकरण के लिए टिकट बेचने वाली राजनैतिक पार्टियों की मान्यता समाप्त होनी चाहिए।

20. देश की राजनीति और न्याय प्रणाली एक बदनुमा दाग है। इसे साफ करना जरूरी है। देश की सभी सेवाओं का ढांचा भ्रष्ट हो चुका है। देश को एक नई क्रांति की जरूरत है।

21. चुनाव से चेहरे बदलते हैं व्यवस्था नहीं बदलती। अब व्यवस्था बदलने की जरूरत है। व्यवस्था परिवर्तन तथा बदलाव के लिए देश को एक नई वैचारिक क्रांति की जरूरत है।


हमारा देश संविधान से चलता है और चलता रहेगा गर्भ भाटी जी बहुत अच्छा सवाल जवाब दिया विपक्षी को कांग्रेस सरकार तो न्यायालय से बड़ी समझती है अपने आप को तब संविधान खतरे में नहीं था जब पकड़ पकड़ कर नसबंदी कर दी थी लोगों तब संविधान खतरे में नहीं था जब कश्मीरी पंडितों को कश्मीर से भगाया गया उनके परिवार वालों के साथ बलात्कार किया गया गोलियों से भून आ गया आधे से काटा गया तब संविधान खतरे में नहीं था जब 370 धारा कश्मीर पर लगाई गई तब संविधान खतरे में नहीं था राम मंदिर बनने नहीं देते थे तब संविधान खतरे में नहीं था जब उत्तराखंड के आंदोलनों पर गोलियां और बलात्कार किया गया था रामपुर तिराहा और मुजफ्फरनगर आज भी उन लोगों को न्याय नहीं मिला है किसकी सरकार थी कांग्रेस की मेरे वीर जवानों पर पत्थरबाजी हुआ करती थी और उन पत्थरों से मेरे वीर जवान शहीद हो जाते थे तब संविधान खतरे में नहीं था किसकी सरकार थी कांग्रेस की नहीं भूलेगी यह देश की जनता हमारी नरेंद्र मोदी जी संविधान से चलते हैं और संविधान से चलते रहेंगे हमें गरबा आज हमारे प्रधानमंत्री जी नरेंद्र मोदी जी हैं पूर्णा काल की बात भी मुझे याद आती है कांग्रेस की सरकार होती तो कितने लोग मर जाते क्योंकि इन्होंने काम करना था नहीं हम खुशनसीब हैं जो बीजेपी पार्टी केंद्र में है हृदय की गहराइयों से बीजेपी पार्टी को धन्यवाद देते हैं और देते रहेंगे 2024 में मोदी जी योगी जी


फर्जी और कागजी ओबीसी है मोदी!
1 -ओबीसी स्कॉलरशिप बन्द कर आप ओबीसी का सम्मान कर रहे हैं?
2-एक भी ओबीसी DM, SP नियुक्त न कर आप सम्मान कर रहे हैं?
3-नौकरियों से ओबीसी को बाहर कर आप सम्मान कर रहे हैं? NFS तो गजब का सम्मान है।
4-69000 शिक्षक भर्ती में सालों से बेरोजगार धक्के खा रहे हैं और कोर्ट ने भी माना कि आरक्षण का पालन नहीं हुआ, तब भी स्पष्ट नीति नहीं, यह ओबीसी का सम्मान?
5-पढ़ाई-लिखाई की फीस बढ़ाकर और विश्विद्यालय से घर भेजकर सम्मान?
6-एक भी ओबीसी प्रोफेसर, केंद्रीय विश्वविद्यालयों में नहीं, और कितना सम्मान?
7-आज तक केंद्र की नौकरियों में 27 प्रतिशत आरक्षण नहीं, यह भी ओबीसी सम्मान?
8-लेटरल इंट्री में ओबीसी नहीं, गजब का सम्मान?
9-अकादमियों से ओबीसी बाहर, यह तो संपूर्ण सम्मान??
10-गाँव-देहातों में ओबीसी के प्रति हिंसा और सुनवाई नहीं, यह तो सम्मान ही सम्मान?
अब समझ में नहीं आ रहा कि इतना सम्मान हम ओढ़े, बिछाएं या बांधकर कब्र में ले जाएं!


*Fraud of pseudo seculars MUST READ*

This is a list of people who robbed Indian banks and fled the country:-

01. Vijay Mallya
02. Mehul Choksi
03. Nirav Modi
04. Nishant Modi
05. Pushpesh Padya
06. Ashish Jobanputra
07. Sunny Kalra
08. Arti Kalra
09. Sanjay Kalra
10. Varsha Kalra
11. Sudhir Kalra
12. Jadin Mehta
13. Umesh Thinly
14. Kamlesh Thinly
15. Nilesh Pariho
16. Vinay Mittal
17. Chetan Jayantilal Dara
18. Nitin Jayantilal Dara
19. Deeptiban Chetan
20. Savia Setha
21. Rajiv Goyal
22. Alka Goyal
23. Lalit Modi
24. Ritesh Jaini
25. Hitesh N Patel
26. Mayuribehan Patel
27. Ashish Sureshbai

Total Robbery:
₹10,000,000,000,000/- (Ten Trillion Rupees)

Out of these ....

None from RSS.

No one belongs to Bajrang Dal.

No one belongs to Shri Ram Sena.

No one belongs to the Hindu Vigilance Forum.

None of these are from BJP.

None of these belong to Vishwa Hindu Parishad.

One more thing:

None of them have taken a loan from any bank since 1st May 2014 There was a period of bank robbery... 2004 - 2014 when the Antonia Congress was in power. And today all these shameless Congressmen call Modi a thief.
whereas.....As soon as Modi ji came, all the games stopped...

Share as much as possible... If the country is to be saved, the traitors must be exposed.



Must read and share..


*"राजनैतिक गधा"*

*एक दिन 'मुल्ला नसरुद्दीन' जोश - जोश में अपने गधे को घर की छत पर ले गए... जब नीचे उतारने लगे , तो गधा नीचे उतर ही नहीं रहा था !*

*बहुत कोशिश के बाद भी जब नाकाम हुए , तो ख़ुद ही नीचे उतर गए (और) गधे के नीचे उतरने का इंतज़ार करने लगे !*


*कुछ देर गुज़र जाने के बाद 'मुल्ला नसरुद्दीन' ने महसूस किया कि गधा छत को लातों से तोड़ने को कोशिश कर रहा है !*
..

*'मुल्ला नसरुद्दीन' बहुत चिंतित हुए कि छत तो नाज़ुक है , इतनी मज़बूत नहीं कि गधे की लातों को सहन कर सके !*
...

*दोबारा ऊपर भागे (और) गधे को नीचे लाने का प्रयास किया, लेकिन गधा अपने हठ पर अड़ा हुआ था (और) छत को तोड़ने में लगा हुआ था !*


* 'मुल्ला' उसे धक्के देकर नीचे लाने का प्रयास करने लगे , तो गधे ने 'मुल्ला' को लात मारी (और) वह नीचे गिर गए !*


*गधा फिर छत को तोड़ने लगा... अंततः छत टूट गयी (और) गधे समेत धरती पर आ गिरी !*


*'मुल्ला' देर तक इस विषय पर मनन करते रहे (और) फिर स्वयं से कहा कि कभी भी गधे को ऊँचे मकाम पर नहीं ले जाना चाहिये !*


*एक तो वह ख़ुद को हानि पहुँचाता है, दूसरा स्वयं उस स्थान को भी बिगाड़ता है , हानि पहुँचाता है (और) तीसरा ऊपर ले जाने वाले को भी हानि पहुँचाता है !*


*मेरा विचार है कि हमें एक बार भी गधे को ऊँचे स्थान पर ले जाने की भूल नहीं करनी चाहिए !*


* बड़ी कठिनाई से हमारी छत सुदृढ़ हो रही है।*

️ *[ "विशुद्ध राजनैतिक संदेश" ]*

* इसका किसी 《 "व्यक्ति - विशेष" 》 से कोई संबंध नहीं है ; यह केवल आपकी सूचनार्थ संदेश है !!*

* 《गजब》*