1ºश्रीं नरेन्द्र मोदीजी एक प्रधानमंत्री कॆ रूप में मानहानि देश हानि बदजुबानी मनमानी क़ी सारी हदें पार कर दी हैँ
यह कैसा व्यक्ति हैँ जिस देश ने इस पर भरोसा ऱखा जिस मजबूत लोकतन्त्र ने इन्हें नेतृत्व दियाः उसी भारत देश में
पैदा होने को पाप कहा यह भारत माता का अपमान हैँ देशद्रोह हैँ
देश कॆ लियें हर एक माँ कॆ कोख कॆ लियें गाली हैँ हर एक उस पिता कॆ परवरिश को शर्मसार करनें वाला वाक्या हैँ
जो वर्षो से देश को नीत नये पहचान कॆ साथअपना ख़ून पसीना औऱ हुनर दियाः हैँ
मजबूती कॆ साथ भारत माता को जिंदा ऱखा हैँ ...
2ºबंगला खाली करना बी इस मीडिया को एक बहुत बड़ा मुद्दा बन गया..!!
कांग्रेस के जमाना का इमरजेंसी बहुत सालोंके बाद बी भूला नही जा रहा.. इस देश वासियों से..
सत्ता का इस वक्त का निर्ममता और निर्दय पूर्वक व्यवहार बी इस देश के लोग कही साल भूल नही सकते..
यह तो बडी ताज्जुब का बात लग रहा..!
उसके ऊपर केस बी डालते.. उसे कोर्ट मे हराते.. बाद मे उन ही ने यह बोल रहे की.. अरे..!! यह क्यों अच्छे वकील को नही रक लिए अपने पक्ष रखने के लिए.. क्यो हार गए मुकद्दमा..?
इन लोग तो बहुत ज्ञानी है.. चित बी अपना पट बी अपना..
सत्ता पक्ष यह बोलना चाहती.. की मुकद्दमा हार जाना विपक्ष का कमजोरी.. उस मुकद्दमा हार नेेके वजह से सत्ता का अधिकार का इस्तेमाल करना पड़ा.. और सत्ता को तुरंत उसका लोकसभा सदस्यता रद्द करना पड़ा..
सदन का नेता को अदानी से जोड़ने के मुद्दे से इस व्यवहार को कोई लेना देना नही है..
यह सत्ता पक्ष कहना चाहती..
यह बात तो आज तक कोई बी सत्ता पक्ष के वक्ता यह नही कह रहे की हम को अदानी से कोई संबंध नहीं है.. या अदानी कांड मे हमारा दोष कुछ बी नही है..
ऐसा कोई वक्तव्य उन लोग नही दे रहे..
मगर अदानी का नाम लेने से अपने आप को दूर रक रहे..
अदानी मुद्दा मीडिया से दूर रकने की तंत्र..सत्ता और सत्ता समर्थक मीडिया कर रही..