1º️अदानी तो बस एक चेहरा है। पैसा बीजेपी️ का है
सुनिए राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस का आखिरी हिस्सा...
क्या मोदी ही अडानी है..??
- क्या आप अडानी जी की रक्षा कर रहे हैं क्योंकि आप खुद अडानी हैं...??
प्रेस कांफ्रेंस देखते हुए, आखरी लम्हों में एकदम साफ हो गया। दुनिया का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार, उसका स्वरूप निकल कर सामने आ गया।
दिखने लगा, की फोर्ब्स की लिस्ट में दूसरे नम्बर पर अडानी नही थे। दुनिया के दूसरे नम्बर के अमीर खुद मोदी थे। हिंडनबर्ग ने अडानी की दौलत पर चोट नही की। मोदी की दौलत पर चोट की है।
वो दौलत, जो एक विशाल पार्टी को चलाने, उसके साल भर चलने वाले।महंगे अभियानों के खर्च उठाने, विधायक सांसद खरीदने, पत्रकार अफसर जजो को खरीदने औऱ जनता को दौलत के जूते तले मसलकर सत्ता पर आजीवन नियंत्रण के लिए इस्तेमाल हो रही है।
यह रिश्ता आम उद्योगपति-आम नेता के सम्बंध से चालू हुआ था। सत्ता से नजदीकी, किसी व्यवसायी के लिए हमेशा फायदेमंद होती है। अडानी का पैसा, मोदी के प्रमोशन में लगा। मोदी का कद बढ़ा, वे प्रधानमंत्री के पद पर आ गए।
यहां से रिश्ता बदल जाता है। अडानी अपना व्यवसाय तो कर रहे हैं, लेकिन उनकी उपयोगिता मोदी और भाजपा के मनी लाउंडर, मनी बैग, अमानतदार और लॉजिस्टिक की है। कम्पनी के नेटवर्क के माध्यम से कितना भी पैसा, किसी भी जगह जाता है। भाजपा के लिए इस्तेमाल होता है।
बैंकों के कर्ज से, NCLT के माध्यम से, ठेकों और निजीकरण की नीतियों से, रिजर्व बैंक के सरप्लस से, सरकारी सम्पत्ति को अडानी के नाम करके, असल मे मोदी गैंग अपने खुद के नाम कर रहा है।
अडानी, सिर्फ चेहरा हैं। पैसा भाजपा का है। ये पैसा, अडानी के बेनामी नाम से, मोदी और शाह के नियंत्रण में है। इसलिए भारत की पूरी राजव्यवस्था, वित्त नीति, विदेश नीति, रक्षा नीति, अडानी ग्रुप की जेब भरने में लगी है। मोदी की जेब भरने में लगी है।
मोदी का धन प्रबंधन यह इस ग्रुप का असली काम है। तमाम धन्धे, दिखावटी है। घाटे में हैं, कुप्रबंधन में है। विश्वास नही, तो किसी भी म्युचुअल फंड मैनेजर से पूछिए। वो सारे शेयर में पैसे लगाता है, अडानी पर नही.. क्यों??
ये पैसा भाजपा की ताकत है। राहुल ने अडानी पर हमला किया है। मोदी के लिए, यह सीधे सीधे उनकी लाइफलाइन पर हमला है। अडानी का पैसा खत्म, मोदी का चमत्कार खत्म।
राहुल अडानी के पीछे नही पड़े, वो मोदी की नाभि पर सीधे निशाना लगा रहे हैं। यह बात, प्रेस कांफ्रेंस में बोल चुके हैं। अब इससे ज्यादा साफ कोई क्या कह सकता है।
अडानी, इस देश पर चढ़ी प्रेतछाया है। मगर अडानी मुखौटा है। उसका पैसा, मोदी के करप्शन का पैसा है। जब आप यह समझ जाएंगे, मोदी का खेल समझ आ जायेगा।