1ºगुजरात की सूरत कोर्ट ने राहुल गांधी की सदसा रद्द की यह भारत देश की जनता की कोर्ट ने मोदी का प्रधानमंत्री पद,छिन लेगी 2024 में जिस तरीके की वह राजनीति कर रहे हैं आप तो एक राष्ट्रीय चैनल की पत्रकार हैं अंजना जी आपको तो यह सवाल बीजेपी सरकार से करना चाहिए कि राहुल गांधी को सांसद में क्यों नहीं बोलने दिया गया अरे जब बोलेगा तब तो माफी मांगेगा कि सांसद में हिलते बस माफी मांगना कोई चालू कर देगा अरे जब उसके सवाल के जवाब नहीं दे पाओगे या आपके सवाल का जवाब वह नहीं दे पाएगा तब तो माफी मांगेगा यह कहां का न्याय है कि हमने गुना भी नहीं किया माफी मांगे यही भारत देश का संविधान अरे शर्म खाओ गोदी मीडिया वालों
2ºजिन्दो का दोषत बन काल मे एक हद तक खाया एक के सच से जीन्दो वाले से लिया अब जब देखा एक का षच मर पर अपने समुदाय वँश यानि सभी जमीन वाले वर्ग मे परिणाम देगा ये मर के हिस्से सटकने के लिये मर के सच के बनते फिर रहे हे पहले इन बामण का जिन्दौ का भी खाया मर का भी खाया का भुत उतारना हे एक मर से आज तक पाला नही पडा अब तक धोखे के आये हे ये हमे पुर्व से बनिये मे तौल के षच रचते राम मे एक तय करके खाद यानि गोजर के गोबर पुज ले गोबरधन बनवाते इन बचिलोये के दोषत ने मारने वाले षटक समय का खेल रचते अपनी करनी खुद भरेगे , बनिये पर राज तय होगा जब ये भोषडी के ऊनकि दुकान चलाते ये षब जगह से खतम होगे, गुजर पर कौन षे अकेले जमीन हे जब ये साथ के दुसरे करषक वर्ग मान नही रहे गोबर षब पुजगे उसके साथ बनिये कि दुकान पेट मे हजम होकर हज करके HAJI बनेगे हाजी बनकर पेटमे ऐक हद करोना जयश्रीराम दिखेगा, एक काल-पेट मे हाजी-म हजम नही हे जितना खाया कर समेत बयाज समेत वापिस ले या सबको पेट काम मे हजम करे ईसमे एक फँषा ह कारण ये बामण बनिये के तोलचमार के पर जिष ओरत जिसे अलग करके बैठाय उष पक्ष के लौगौ गुजर मे बैठ अलग उष औरत की भौषढी
3ºभौषडी कि याद दो लक्षय आखँ के बीच एक हद मे दो के जोड बराबर मे एक हद मे दो आरमभ अन्त एक न के तोल मे तय आयु पेट गति कि याद OYO मे दो के बीच एक हद मे गति ओरत के षमापत पर दौ के बीच एक हद मे गति मे आरमभ अनत एक न लेबर मे आयु मे एक हद पर अन्तर हाजी के काल मे समय कि याद 21N21Mराम गढते जिन्दे का भी खाये हे , एक हद जिस मे सच कहते तारे कि याद एक मे सँवय के समापत से दो आखँ के बीचएक तीन के समापत कि याद यानि आयु कि याद मे एक तय काल-समय कि याद समापत तातपर्य एक मे शकल षमापत से आयु मे तय "तु और की तुर्की" कालपेट शाकहार मे समय का परिणाम षमापत दोषत मे धोखे कि याद समापत तातपर्य आयुधया के विपरीत मरत मे म्रषि के बनकर भी खाने बैठ गये सतय यह ये जिन्दे की याद के मुल्ला के पोषण तय करते लेबर के खा गये , एक सच के बनकर मर के याद तारे के ईशा के मारने वाले बाटँकर सटकने बैठे पर ये भुल गये एक पर धोखा शमापत पर काल के पेट के हजम नही ह अपने कि मुरखता मे फँसाह ये ही बाटँ कर जिनदे राम के विपरीत एकमर मरत तय कर खतम होगे