1ºआपका कोटि कोटि धन्यवाद जो आपने अपनी जान जोखिम में डाल कर इतनी महत्वपूर्ण सूचना हमें दी...इस ख़बर को सुनकर पूरे ब्रह्मांड में दिव्य ज्योति प्रज्जवलित हुई है...देव दानव सुर असुर गंधर्व नाग किन्नर नर नारी सभी कृतज्ञ महसूस कर रहें है...यदि आप ऐसा ना करते तो देवराज इन्द्र का सिंहासन हिल जाता श्री विष्णु क्षीरसागर में अपनी निद्रा से जग जाते ब्रह्मा अपनी समाधि तोड़ देते और शिव जी तांडव शुरू कर देते...संपूर्ण पृथ्वी पर हाहाकार मच जाता प्रलय आ जाता...सभी पशु पक्षी पेड़ पौधे अग्नि में में जलकर भस्म हो जाते परंतु अभी सब राहत महसूस कर रहें है...हे महामुनि खबरी श्री नारद आपने ये समाचार देकर हमें कृतज्ञ कर दिया...हम सारी उम्र और हमारी सात पीढ़ियां आपकी आभारी रहेंगी !