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Caa हुआ दिल्ली में तब तो कोई खातून बुरखे पहने उसमें नज़र नही आई,, ओर स्कूल कॉलेजो में बुरखे चाहिए, caa की खातुन जीन्स उतारते हुए जरूर नज़र आई स्टेज के पीछे विदियो सबने देखा और नतीजा भी कुवारी अम्मि बनने का ,, ओर देश को तोड़ने के लिए बुरखा ,,तो कभी बीच सड़को पर नमाज़ ,तो कभी रेलवे स्टेशनों पर नमाज़ ,, तुम्हारे अब्बाजान ने संविधान में ये कुछ नही लिखा है ok,, ओर यह तक सऊदी,ओर सभी इस्लामिक देशों में भी सड़को ओर सार्वजनिक स्थानों ओर स्कूल ,,कॉलेजो,, यूनिवर्सिटी में बुरखे पर रोक है ,,हिज़ाब पर नही ,, जो हिंदस्तान में भी हिजाब पर रोक नही है,,पर अच्छा है अभी इनकी सारी औकाद इंटरनेशल कोर्ट की निगरानी में है,, caa,, दिल्ली मकरज कांड, खालिस्तान के इशारों पर लाल किले पर तिरंगे का अपमान,, देश के pm पर जानलेवा हमला करने की साजिश ,, ये सब कर कर के
ये खुद हिंदुस्तान को हिन्दुराष्ट्र घोषित होने की राह से कांटे खुद साफ कर रहै है,,
जय हिंन्दुत्व जय हिन्दुस्तान
जय हिंद


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