3 टिप्पणियाँ

Rishi Singh लगता है आप व्हाट्सएप ज्ञानी हो ग्रंथ या सामाजिक ज्ञानी नही हो ,,,,
इस्लाम में जात पात नहीं होती ,, शैख , सैय्यद की बेटी या बेटे से अपने अपने बेटे बेटी की शादी कर सकते हैं करवा सकते हैं ,,, यहां तक शैख और फकीर आपस में सम्बन्धी बन सकते हैं इसमें इस्लाम इज्जात देता है रोकता नहीं ,,, एक फकीर कुरान पढा हुआ है तो वह मस्जिद में सबसे आगे खड़ा हो कर शैख , सैय्यद , मुग़ल , पठान को नमाज़ पढा सकता है , कोई उसे नहीं रोक सकता , सब फकीर के पीछे खड़े रहकर खुशी खुशी से नमाज पढ़ेंगे ,,,
ये तुम लोग ही करते हो ये शुद्र है तो इसको ताड़ना है लताडना है ,,, में ब्रहामण है तो इनके सामने नतमस्तक करना है ,,,


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Rishi Singh भाई ये ही तो ना समझी है , मेरा धर्म की जानकारी है तुझे , जानकारी है तो बात कर लेना और जानकारी ना हो तो कुरान पढ़ लें फिर कर लेना बात ,, व्हाट्सएप ज्ञान से तो ज्ञानी नही उल्टा अज्ञानी ही साबित होगा ,,,

मेरी बात आपके धर्म को मान सम्मान के लिए है , नीचा या ग़लत दिखाने का नहीं एक फिर से मेरी पुरी बातें पढो ,,, मैं ये नहीं कह रहा हूं की दुध चढ़ावा ग़लत है , मैं ये कह रहा हूं की दुध चढ़ावा मान्यता है श्रद्धा है , लेकिन जो दुकानदार दुध में पानी मिलाकर श्रद्धाओ की आस्था से खिलवाड़ कर रहे हैं , आप शिवभक्त है सनातनी है तो महाकाल मंदिर के आसपास दुकानों पर मिल रहै दुध को देख लो श्रृद्धालु चढ़ावे के लिए दुध खरीदते हैं चाय पीने के लिए नहीं ,,
अब बात यही है आस्था में शुद्धी होना चाहिए
मन की शुद्धि ,
वस्तु की शुद्धि ,
अब लगता है आपको ये सब जानकारी होने के बाद भी आप अशुद्धी को आस्था में शामिल करना धर्म समझ रहे हैं ,,,


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Rishi Singh मेरा जो सवाल है उसका जवाब ग्रंथ से चाहिए ,, सनातनी शाकाहारी होता है या मांसाहारी ,,,
व्हाट्सएप ज्ञानी तो तू लग रहा है सवाल समझ में नहीं आया तो बता दें क्यो की मुझे ऐसा लग रहा है तु मुझे ऐसा समझ रहा है कि मैं सनातन धर्म को ग़लत या खराब बताने में लगा हूं , अगर ऐसा तु मेरे बारे में सोच रहा हो तो बहस बन्द कर दें ,,, धर्म की बातें धर्म ज्ञानी से की जाती है व्हाट्सएप ज्ञानी से नहीं ,,,
ब्रहामण व्यक्ति हरिजन व्यक्ति का झुठा नहीं खाता , तु किसी भी पुजारी से पूछ ले कि वो कितनी बार हरिजन समाज के व्यक्ति का झुठा भोजन किया है फिर बोलना


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