2 टिप्पणियाँ

Subhash Hada सही नही है । मै ब्राह्मण हु। बहुत गरीब था फीस माफी मिल जाए इस लिए बाग मे बैठकर पढता था । हा अगर किसी दकियानूस ब्राह्मण ने हमारे किसी भाई को तकलीफ दी है तो उसको इतनी सजा मिले कि रुह काप जाए । आप सही है । पर कोई भी किसी को गाली क्यो देगा । आज हमारे दलित भाई सरेआम गाली दै रहे है । नेता लोग कुछ अच्छा कानून बना सकते है । जिससे किसी एक्ट का सदुपयोग हो । और कोई भी किसी तरह का भैरव करे । कठोर कार्रवाई हो । भाई तब हर बर्ग मे शिछा का अभाव था । आज सब लोग पढे लिखे है । जातिगत कुछ नही होना चाहिए । क्या मायावती राजरत्नम ऐसे तमाम लोगो को आरछण की जरूरत है ? वास्तव मे अच्छी शिछा की वजह से अपने ही भाई का हक खा जाएग । EWS फिर भी सही माना जाएगा जो सब लोगो को नही है । वैसे ही सारे आरछण भले उसी वर्ग मे रहे पर धनी लोगो को नही । आप सबमे हम सबमे बहुत काबिल लोग है । नेता का चयन पहले परीछा हो फिर चुनाव मे खडे हो जो भी पार्टी हो । परिवारवाद भी खत्म होगा ।

Link: http://www.vin3.org/index.php?c=article&cod=306678&lang=IN#vin3Comment-1442352
----------------------

आप चाहे माघ मेला देख लीजिए चाहे बाबा धाम वैद्यनाथ चले जाइए चाहिए जो अयोध्या में श्री राम नगरी में हर जगह आपको ज्यादातर हिंदू दलित पिछड़ी जाति के लोग ही धर्म में आगे हैं और यही कारण है कि वह समाज में भी और सत्ता में भी आगे हैं आप चुनाव हार गए हैं और बौखला गए हैं समाज को खंडित ना करें धर्म के बारे में ज्ञात सूचक शब्द प्रयोग ना करें बाकी आप मोदी जी योगी जी को r.s.s. को और सभी राजनीतिक पार्टियों को चाहे जो कहें ऐसे में लगता है कि आपकी बुद्धि भ्रष्ट हो गई है और आगे भी आप चुनाव नहीं जीत पाएंगे

Link: http://www.vin3.org/index.php?c=article&cod=306678&lang=IN#vin3Comment-1442350
----------------------