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Ashok Harsi Patel Sop दिन में सपना देखो सब तुम्हारी तरह आदम और मूर्ख नहीं है श्री रामचरितमानस में साफ-साफ लिखा है सियाराम मय सब जग जानी शूद्र गवार ढोल पशु नारी सकल ताड़ना के अधिकारी यहां ताड़ना का अर्थ है देखभाल करना यदि गोस्वामी तुलसीदास जी को शुद्ध से घृणा होती तो माता शबरी का उल्लेख रामचरितमानस में ना करते आप लोग भ्रमित हो रहे हैं यह नेता है पार्टियों से पैसा पाकर ऐसे बयान बाजी करते रहते हैं व्यास जी ने उपनिषद एवं तमाम ग्रंथ लिखे हैं जिनका अनुसरण ब्राह्मण क्षत्रिय शूद्र वैश्य सब करते हैं जन्म से सभी शूद्र होते हैं कर्म द्वारा ब्राह्मण बन जाते हैं और संत की कोई जात नहीं होती एक चौपाई और है रामचरितमानस में विप्र धेनु सुर संत हित लीन मनुज अवतार संत किसी भी समुदाय का हो वह पूजनीय है आप लोग बहकावे में ना आए इनको पैसा मिलता है तो यह बोलते हैं रामचरितमानस में बहुत सारी ऐसी चौपाइयां हैं जो हमें यह सिखाती है कि हम सब एक हैं

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एक दिन चूहों ने पंचायत की कि बिल्ली हम चूहों को खा जाती है हम सब संगठित होकर उससे झगड़ा करेंगे तो किसी चूहे ने कहा हम कान पकड़ लेंगे दूसरे ने कहा हम पूछ पकड़ेंगे तीसरे ने कहा हम नाक पकड़ेंगे चौथे ने कहा गर्दन पकड़ लूंगा बारी-बारी से सभी चूहों ने बिल्ली पर हमला करने की योजना बनाई इतने में बिल्ली निकल पड़ी और सारे चूहें अपने अपने बिल में जा छुपें ऐसे ही स्वामी प्रसाद मौर्य के बारे में कहीं हिंदू सभा कह रही है जीब काटने वाले को इनाम देंगे कहीं कोई संत कह रहा है कहीं कोई नेता कह रहा है लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य शेर है उसके पीछे हजारों लाखों ही जनता है स्वामी प्रसाद ने रामचरितमानस के बारे में सत्य ही कहा है रामचरितमानस में दलित एवं पिछड़ी जातियों का अपमान लिखा है महिलाओं का अपमान लिखा है शूद्रों का अपमान लिखा है ब्राह्मणों ने जितने ग्रंथ लिखे हैं सभी में शूद्रों का अपमान लिखा है और अपने को पूजनीय बताया है मैं स्वामी प्रसाद मौर्य की बात का समर्थन करता हूं तुम सभी की पंचायत है चूहों जेसी है

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