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मेरे गांव में शिवमन्दिर है जंगल में, अंग्रेजों ने बांध से नहर बनाते समय हटाने कि बात आई तो तब के मेरे परदादा एरिक्सन में सरपंच थे और गांव के सरपंच और अमीन को सपना आया कि भगवान शिव स्वयं जैसे फोटो में दिखते हैं वैसे ही दिखे कहा बेटा यह पत्थर नहीं यहां शिवमन्दिर बनाओ,
नहर को घुमावदार बनाकर मंदिर भी बना दिया गया। मेरे देखते में दो ईंट सीमेंट वाली सीढ़ी टूट गई है उससे पहले कटंग (बांस) कि सीढ़ी थी। तीन वर्ष पूर्व ही नई सीढ़ी बनाई गई है जो गेप देकर बनाई गई है।
स्थापित शिवलिंग और प्राकृतिक शिवलिंग में अंतर है।
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